सुरक्षा विशेषज्ञ ने बताया, "पहलगाम को इसलिए चुना गया क्योंकि यह पर्यटक केंद्र है, सुरक्षा बलों के रिएक्ट करने की संभावना का है। यहाँ हमला करना आसान है आस पास घना जंगल है, इस जगह पर हमला करके भागा जा सकता है। कुछ बड़ी वजह से यह हमला किया गया क्योंकि एक महीने में अमारनाथ यात्रा शुरू होने वाली है और आपने इस हमले से हिंदुओं को एक संदेश देने कि कोशिश की है, कि वे लोग पर्यटन के लिए ना आयें।"
लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने बताया, "आर्टिकल 370 के बाद, ऐसा सबको लगने लगा था कि अब सब ठीक ठाक है, और यह पुश बैक है, फाइट बैक है, और यह जो हमला हुआ है, यह आने वाला था, और यह अगर कोई कहता है कि किसी को पता नहीं था, तो यह बहुत बड़ी गलतफहमी है। हम तैयार नहीं थे इसकें शक की कोई बात नहीं है।"
भारत के पास इस हमले के जवाबी विकल्पों के बारे में बात करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने बताया, " देश के पास कई विकल्प हैं और पिछले जितने भी जवाब दिए गए उन सभी में भारत का 100 प्रतिशत रिकार्ड रहा है क्योंकि हमारे लोग हमले के बाद सकुशल वापस आ गए। लेकिन इस बार यह एक बहुत बड़ी चुनौती होगी की आप किस तरह, किसी भी तरह का जवाब देंगे।