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जानें ऑपरेशन सिंदूर: भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक क्या हुआ?

विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री के साथ विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन सिंदूर पर अधिक जानकारी मीडिया से साझा की।
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ऑपरेशन सिंदूर के बाद मीडिया से बात करते हुए भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि आज सुबह भारत ने उत्तर देने के अधिकार का उपयोग किया है और यह नपी-तुली कार्रवाई है।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री कहते हैं, "... पहलगाम आतंकी हमले ने पाकिस्तान के आतंकियों से संबंधों को उजागर कर दिया है... रेजिस्टेंस फ्रंट नामक एक समूह ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है। यह समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। इस हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात सामने आई। 25 अप्रैल को UNSC की मीडिया रिलीज से TRF का संदर्भ हटाने के लिए पाकिस्तान के दबाव को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।"

इसके बाद विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि ऑपरेशन में 9 आतंकी कैंप को बर्बाद किये गए और हमले के दौरान नागरिकों को किसी भी नुकसान न होने देने पर ध्यान दिया गया। इसके साथ किसी भी तरह के सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया।
इसके अलावा उन्होंने विडिओ दिखा कर हमले वाली नौ जगहों पीओके में सवाई नाला कैंप आतंकी ट्रेनिंग कैंप,बिलाल कैंप, गुलपुर कैंप ट्रेनिंग सेंटर बरनाला कैंप, भिंबर अब्बास कैंप कोटली, आत्मघाती ट्रेनिंग कैंप पाकिस्तान में सरजल कैंप सियालकोट मरकज तैयबा, मुरीदके मेहमूना कैंप, सियालकोट, हिज्ब का कैंप मरकज सुभानल्लाह, बहावलपुर के बारे में बताया।

कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, "पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर आरंभ किया गया था। जिसके अंतर्गत नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया गया। हथियार सावधानी से चुने गए और केवल आतंकी इमारतों को निशाना बनाया गया।"

इससे पहले भारतीय रक्षा मंत्रालय ने आज सुबह बयान जारी कर बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ढाँचे पर हमला करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। बयान के मुताबिक इन्हीं जगहों से भारत के विरुद्ध आतंकवादी हमलों की योजना बनाकर निर्देशित किया गया, कुल मिलाकर, नौ (9) स्थलों को निशाना बनाया गया है।
बयान में कहा गया, "हमारी कार्रवाई केंद्रित, मापी गई और प्रकृति में गैर-उग्र प्रकृति की रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है। ये कदम पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।"
इस हमले के जवाब में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, "चालाक दुश्मन ने कायरतापूर्ण हमले किए हैं... इसका जोरदार जवाब दिया जा रहा है।"
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने भारी तोपों द्वारा जवाबी कार्रवाई की है, वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ब्लूमबर्ग टेलीविजन से कहा कि अगर नई दिल्ली अपना सिंदूर सैन्य अभियान और अन्य आक्रामक कदम बंद कर दे तो पाकिस्तान भारत के साथ संघर्ष में तनाव नहीं बढ़ाएगा।
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आसिफ ने कहा, "हम पिछले दो सप्ताह से लगातार कह रहे हैं कि हम भारत के खिलाफ कभी भी कोई शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं करेंगे। लेकिन अगर हम पर हमला होता है तो हम जवाब देंगे। अगर भारत पीछे हटता है तो हम निश्चित रूप से इस तनाव को खत्म कर देंगे।"
भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी गोलाबारी में 3 लोगों के मारे जाने की सूचना दी। पाकिस्तान ने मलबे के नीचे कम से कम 8 लोगों के मारे जाने, 35 के घायल होने और 2 के लापता होने की सूचना दी।
*लश्कर-ए-तैयबा रूस में प्रतिबंधित एक आतंकवादी संगठन है।
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