रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच सैन्य टकराव के बढ़ने से मास्को बहुत चिंतित है और इसके साथ वह इसमें शामिल पक्षों से संयम बरतने का आह्वान करता है।
"हम पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव के बढ़ने से बहुत चिंतित हैं। रूस आतंकवादी कार्यों की कड़ी निंदा करता है, इसके किसी भी रूप का विरोध करने के साथ साथ इस बुराई के खिलाफ प्रभावी लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर देता है। हम संबंधित पक्षों से क्षेत्र में स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए संयम बरतने का आग्रह करते हैं," ज़खारोवा ने रूसी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर कहा।
इसके आगे मारिया ज़खारोवा ने दोनों देशों के बीच स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान की भी आशा जताते हुए कहा कि दोनों देश स्थिति को शांतिपूर्ण, राजनीतिक और कूटनीतिक तरीके से सुलझा लेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जोर देकर कहा, "हमें उम्मीद है कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच मतभेदों को 1972 के शिमला समझौते और 1999 के लाहौर घोषणा पत्र के प्रावधानों के अनुसार, द्विपक्षीय आधार पर शांतिपूर्ण, राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से सुलझाया जाएगा।"
भारत का ऑपरेशन सिंदूर के तहत यह हमला कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में था जिसमें आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई, जिसकी वजह से एक नेपाली नागरिक सहित 26 लोगों को अपने जान से हाथ धोना पड़ा था।