https://hindi.sputniknews.in/20230919/aditya-l1-ne-prithvi-ki-kaksha-parivartan-se-judi-prakriya-safaltapurvak-ki-puri-4320522.html
आदित्य-L1 ने पृथ्वी की कक्षा परिवर्तन से जुड़ी प्रक्रिया सफलतापूर्वक की पूरी
आदित्य-L1 ने पृथ्वी की कक्षा परिवर्तन से जुड़ी प्रक्रिया सफलतापूर्वक की पूरी
Sputnik भारत
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मंगलवार को घोषणा की कि उसके पहले सूर्य मिशन आदित्य-L1 ने ट्रांस-लैग्रेंजियन पॉइंट 1 इंसर्शन (TL1I) कक्षा परिवर्तन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है
2023-09-19T11:25+0530
2023-09-19T11:25+0530
2023-09-19T11:25+0530
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
भारत
इसरो
आदित्य l1
अंतरिक्ष
अंतरिक्ष उद्योग
अंतरिक्ष अनुसंधान
भारत का विकास
तकनीकी विकास
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/09/03/4004993_0:0:3078:1731_1920x0_80_0_0_feb45fdd7e0c6be12e62b3f1c33a67f8.jpg
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मंगलवार को घोषणा की कि उसके पहले सूर्य मिशन आदित्य-L1 ने ट्रांस-लैग्रेंजियन पॉइंट 1 इंसर्शन (TL1I) कक्षा परिवर्तन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और अंतरिक्ष यान अब एक प्रक्षेप पथ पर है जो इसे सूर्य-पृथ्वी L1 बिंदु तक ले जाएगा।इसके अलावा अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि यह लगातार पांचवीं बार है कि इसरो ने किसी ऑब्जेक्ट को किसी अन्य खगोलीय पिंड या अंतरिक्ष में स्थान की ओर सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है।बता दें कि अपने प्रक्षेपण के बाद से, आदित्य-L1, पृथ्वी के चारों ओर अपनी यात्रा के दौरान, क्रमशः 3, 5,10 और 15 सितंबर को चार पृथ्वी-संबंधी प्रक्रियाओं से गुजरा, जिसके दौरान इसने L1 पॉइंट की ओर अपनी आगे की यात्रा के लिए आवश्यक वेग प्राप्त किया।
https://hindi.sputniknews.in/20230918/aditya-l1-saur-vedhshala-ne-vaigyanik-data-ektra-karna-shuru-kiya-isro-4304836.html
भारत
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/09/03/4004993_128:0:2859:2048_1920x0_80_0_0_330e017a67da4b95e34b5c67cad39ae0.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
भारतीय अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (isro), प्रभामंडल कक्षा से सूर्य का अध्ययन, आदित्य-l1 ने पृथ्वी की कक्षा परिवर्तन से जुड़ी प्रक्रिया, ट्रांस-लैग्रेंजियन पॉइंट 1 इंसर्शन (tl1i) कक्षा परिवर्तन, सूर्य-पृथ्वी l1 बिंदु, पृथ्वी के चारों ओर अपनी यात्रा के दौरान, अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक स्थानांतरित, सूर्य का अध्ययन
भारतीय अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (isro), प्रभामंडल कक्षा से सूर्य का अध्ययन, आदित्य-l1 ने पृथ्वी की कक्षा परिवर्तन से जुड़ी प्रक्रिया, ट्रांस-लैग्रेंजियन पॉइंट 1 इंसर्शन (tl1i) कक्षा परिवर्तन, सूर्य-पृथ्वी l1 बिंदु, पृथ्वी के चारों ओर अपनी यात्रा के दौरान, अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक स्थानांतरित, सूर्य का अध्ययन
आदित्य-L1 ने पृथ्वी की कक्षा परिवर्तन से जुड़ी प्रक्रिया सफलतापूर्वक की पूरी
आदित्य-L1 पहली भारतीय अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला है जो पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर स्थित पहले सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु (L1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा से सूर्य का अध्ययन करेगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मंगलवार को घोषणा की कि उसके पहले सूर्य मिशन आदित्य-L1 ने ट्रांस-लैग्रेंजियन पॉइंट 1 इंसर्शन (TL1I) कक्षा परिवर्तन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और अंतरिक्ष यान अब एक प्रक्षेप पथ पर है जो इसे सूर्य-पृथ्वी L1 बिंदु तक ले जाएगा।
"सूर्य-पृथ्वी L1 बिंदु की ओर प्रस्थान! ट्रांस-लैग्रेंजियन प्वाइंट 1 इंसर्शन (TL1I) कक्षा परिवर्तन सफलतापूर्वक निष्पादित की गई है। अंतरिक्ष यान अब एक प्रक्षेप पथ पर है जो इसे सूर्य-पृथ्वी L1 बिंदु पर ले जाएगा। इसे लगभग 110 दिनों के बाद एक प्रक्रिया के माध्यम से L1 के चारों ओर की कक्षा में स्थापित किया जाएगा," इसरो ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा।
इसके अलावा अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि यह लगातार पांचवीं बार है कि इसरो ने किसी ऑब्जेक्ट को किसी अन्य
खगोलीय पिंड या अंतरिक्ष में स्थान की ओर सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है।
बता दें कि अपने
प्रक्षेपण के बाद से,
आदित्य-L1, पृथ्वी के चारों ओर अपनी यात्रा के दौरान, क्रमशः 3, 5,10 और 15 सितंबर को चार पृथ्वी-संबंधी प्रक्रियाओं से गुजरा, जिसके दौरान इसने L1 पॉइंट की ओर अपनी आगे की यात्रा के लिए आवश्यक वेग प्राप्त किया।