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वैश्विक व्यवधानों के बावजूद, भारत-तंजानिया संबंधों में मजबूत वृद्धि: भारतीय विदेश मंत्री
वैश्विक व्यवधानों के बावजूद, भारत-तंजानिया संबंधों में मजबूत वृद्धि: भारतीय विदेश मंत्री
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भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि भारत और तंजानिया के बीच आर्थिक संबंध हमेशा एक मजबूत स्तंभ रहे हैं।
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इसके अलावा विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि महामारी से प्रेरित "वैश्विक व्यवधान और चुनौतियों" के बावजूद, द्विपक्षीय व्यापार में दोनों तरफ से "मजबूत वृद्धि" देखी गई।साथ ही उन्होंने रेखांकित किया कि तंजानिया के साथ भारतीय व्यापारिक संबंध कई सदियों पुराने हैं, जब भारत के पश्चिमी तट से व्यापारी पहली बार व्यापार और वाणिज्य के लिए समुद्री मार्ग से पूर्वी अफ्रीका गए थे।जयशंकर ने कहा कि "तंजानिया में खोले गए पहले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास के परिसर में इस महीने पहले बैच की कक्षाएं शुरू होने वाली हैं। संस्थान में पूरे अफ्रीकी महाद्वीप के लिए तकनीकी शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनने की क्षमता है। यह ग्लोबल साउथ के साथ हमारे सहयोग का प्रतीक है।"दरअसल विदेश मंत्री जयशंकर दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां दौरे पर आए तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त की थी।रक्षा सहयोग का विस्तारभारत और तंजानिया ने सोमवार को अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में उन्नत किया और रक्षा सहयोग का विस्तार करने के लिए पांच साल के रोडमैप की घोषणा की और स्थानीय मुद्राओं में व्यापार बढ़ाने के समझौते पर काम करने का फैसला किया।भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तंजानिया की पहली महिला राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन के बीच बातचीत के बाद दोनों पक्षों ने डिजिटल परिवर्तन, समुद्री क्षेत्र और खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों में कई समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाना है।
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भारत-तंजानिया संबंधों में मजबूत वृद्धि, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, भारत और तंजानिया के बीच आर्थिक संबंध, द्विपक्षीय व्यापार में मजबूत वृद्धि, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, आर्थिक महाशक्ति के रूप में विकसित, विकास कहानी का हिस्सा बनने का अवसर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (iit) के परिसर, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (jnu) में कार्यक्रम, तंजानिया के राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन की भारत यात्रा, भारत और तंजानिया में रणनीतिक साझेदारी, भारत और तंजानिया ने समझौता ज्ञापनों (mou) पर हस्ताक्षर किए
भारत-तंजानिया संबंधों में मजबूत वृद्धि, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, भारत और तंजानिया के बीच आर्थिक संबंध, द्विपक्षीय व्यापार में मजबूत वृद्धि, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, आर्थिक महाशक्ति के रूप में विकसित, विकास कहानी का हिस्सा बनने का अवसर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (iit) के परिसर, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (jnu) में कार्यक्रम, तंजानिया के राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन की भारत यात्रा, भारत और तंजानिया में रणनीतिक साझेदारी, भारत और तंजानिया ने समझौता ज्ञापनों (mou) पर हस्ताक्षर किए
वैश्विक व्यवधानों के बावजूद, भारत-तंजानिया संबंधों में मजबूत वृद्धि: भारतीय विदेश मंत्री
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि भारत और तंजानिया के बीच आर्थिक संबंध हमेशा एक मजबूत स्तंभ रहे हैं।
इसके अलावा विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि महामारी से प्रेरित "वैश्विक व्यवधान और चुनौतियों" के बावजूद, द्विपक्षीय व्यापार में दोनों तरफ से "मजबूत वृद्धि" देखी गई।
"द्विपक्षीय व्यापार में दोनों तरफ से मजबूत वृद्धि देखी गई है और आज यह 6 बिलियन डॉलर के करीब है। भारत पहले से ही पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, भारत सरकार समावेशी विकास सुनिश्चित करने के उद्देश्य से व्यापक सुधारों को सख्ती से आगे बढ़ाया जा रहा है," जयशंकर ने कहा।
साथ ही उन्होंने रेखांकित किया कि तंजानिया के साथ भारतीय व्यापारिक संबंध कई सदियों पुराने हैं, जब भारत के पश्चिमी तट से व्यापारी पहली बार व्यापार और वाणिज्य के लिए
समुद्री मार्ग से पूर्वी अफ्रीका गए थे।
"भारत एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में विकसित हुआ है और यह तंजानिया के व्यापारियों को हमारी विकास कहानी का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान करता है। जहां भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, वहीं तंजानिया ने भी प्रभावशाली आर्थिक प्रदर्शन किया है," विदेश मंत्री ने कहा।
जयशंकर ने कहा कि "तंजानिया में खोले गए पहले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास के परिसर में इस महीने पहले बैच की कक्षाएं शुरू होने वाली हैं। संस्थान में पूरे
अफ्रीकी महाद्वीप के लिए तकनीकी शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनने की क्षमता है। यह
ग्लोबल साउथ के साथ हमारे सहयोग का प्रतीक है।"
दरअसल विदेश मंत्री जयशंकर दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां दौरे पर आए तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त की थी।
भारत और तंजानिया ने सोमवार को अपने संबंधों को
रणनीतिक साझेदारी में उन्नत किया और रक्षा सहयोग का विस्तार करने के लिए पांच साल के रोडमैप की घोषणा की और स्थानीय मुद्राओं में व्यापार बढ़ाने के समझौते पर काम करने का फैसला किया।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तंजानिया की पहली महिला राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन के बीच बातचीत के बाद दोनों पक्षों ने डिजिटल परिवर्तन, समुद्री क्षेत्र और खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों में कई समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाना है।