इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में देश की रक्षा प्रौद्योगिकी की शक्ति प्रदर्शन के लिए भारतीय थलसेना, वायुसेना और नौसेना भी विभिन्न हथियार प्रणालियों के दूसरे प्लेटफॉर्मों का प्रदर्शन करेंगी।
26 जनवरी 2024 को भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। इस दिन को 1950 में भारत का संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन भारत की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भारतीय थलसेना, वायुसेना और नौसेना द्वारा अलग अलग प्रदर्शन किए जाते हैं जो इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण केंद्र होते हैं। इसके साथ साथ देशभर के स्कूल और कॉलेज में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
इन सबके अलावा रक्षा क्षेत्र में महिलायें और उनकी बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, गणतंत्र दिवस परेड में तीनों सेनाओं से महिलाओं की मार्चिंग टुकड़ी भी शामिल होगी। इस दल में थलसेना, वायुसेना और नौसेना की 60 महिला सैनिक शामिल होंगी, जो सशस्त्र बलों में महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान को प्रदर्शित करेंगी।
Sputnik भारत आज तीनों सेनाओं द्वारा गणतंत्र दिवस के मौके पर हथियारों,जहाजों और लड़ाकू विमानों के प्रदर्शन के बारे में जानकारी साझा करने जा रहा है।
भारतीय सेना के हथियार
इस बार के गणतंत्र दिवस पर भारतीय सेना LCH प्रचंड हेलिकॉप्टर, पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर और नाग एंटी टैंक मिसाइलों का प्रदर्शन करेगी।
देश में बना पहला स्वदेशी मल्टी-रोल कॉम्बैट हेलीकॉप्टर LCH प्रचंड है, जिसे HAL द्वारा डिजाइन और बनाया गया है। यह हेलीकॉप्टर शक्तिशाली जमीनी हमले और हवाई युद्ध क्षमताओं से लैस है।
भारत के रक्षा अनुसंधान द्वारा बनाई गई नाग मिसाइल प्रणाली से दुश्मन के मजबूत टैंकों को निशाना बनाया जा सकता है। यह दिन और रात दोनों परिस्थिति में टैंकों को निशाना बनाने के लिए तैयार किया गया है।
यह मिसाइल प्रणाली समग्र और प्रतिक्रियाशील कवच से लैस मुख्य युद्ध टैंक (MBT) को हरा सकती है।
इसके साथ साथ NAG मिसाइल वाहक बीएमपी का भी प्रदर्शन किया जाएगा जो उभयचर क्षमता वाली प्रणाली है। इस बार गणतंत्र दिवस पर बख्तरबंद वाहनों की श्रृंखला परेड में भारतीय उद्योग द्वारा स्वदेशी रूप से निर्मित नवीनतम बख्तरबंद वाहनों और विशेाष वाहनों का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
इसके अलावा विशेष रूप से प्रदर्शित वाहनों में क्विक फाइटिंग रिएक्शन व्हीकल, लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल और ऑल-टेरेन व्हीकल शामिल हैं। टी-90 टैंक, बीएमपी-2 पैदल सेना लड़ाकू वाहन, ड्रोन जैमर, उन्नत सर्वत्र पुल, मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल लॉन्चर और मल्टी-फंक्शन रडार, प्रभावशाली हथियार प्रणालियों की श्रृंखला में से हैं।
भारतीय वायुसेना का प्रदर्शन
इस वर्ष के गणतंत्र दिवस पर भारतीय वायुसेना हेरिटेज विमान डकोटा के साथ दो डोर्नियर Do-228 विमान 'तांगेल' फॉर्मेशन के साथ एक प्रभावशाली प्रदर्शन करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह गठन शत्रु क्षेत्र पर भारत की पहली एयरड्रॉप की पुनरावृत्ति होगी, जो 11 दिसंबर 1971 को भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान हुई थी।
भारतीय वायुसेना ने यह भी घोषणा की कि इस फॉर्मेशन में विमान एविएशन टर्बाइन ईंधन और जैव ईंधन के मिश्रित मिश्रण का उपयोग करके उड़ान भरेंगे।
भारतीय नौसेना का गणतंत्र दिवस पर प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस परेड में समुद्री क्षेत्र में देश के रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए भारतीय नौसेना अपनी सैन्य शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करेगी।
नौसेना की झांकी में पहले पूर्ण स्वदेशी कैरियर बैटल ग्रुप को दर्शाया जाएगा, जिसमें विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत, उसके अत्यधिक सक्षम एस्कॉर्ट जहाज दिल्ली, कोलकाता, शिवालिक और कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी के अलावा हल्के लड़ाकू विमान के साथ-साथ उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर भी शामिल होंगे।
झांकी में मल्टी-बैंड सैन्य संचार उपग्रह जीसैट-7 और रुक्मणी उपग्रह भी होंगे।
नौसेना के कार्मिक सेवाओं के नियंत्रक वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह के अनुसार परेड में नौसेना दल की भागीदारी न केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन होगी, बल्कि "देश के रणनीतिक हितों की रक्षा के संकल्प को भी प्रतिबिंबित करेगी"।