भारत-रूस संबंध
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भारत और रूस परिचालन तालमेल को मजबूत करने के लिए संयुक्त अभ्यास का करेंगे विस्तार

भारत के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि सैन्य-तकनीकी सहयोग तंत्र के तहत भारत-रूस अंतर सरकारी कार्य समूह की बैठक का चौथा चरण दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
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भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारत और रूस ने दोनों सेनाओं के बीच परिचालन तालमेल को और प्रगाढ़ करने के लिए संयुक्त अभ्यास का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की है।

बयान में कहा गया, "दोनों देशों ने थल, वायु और समुद्री क्षेत्रों में अनेक संयुक्त अभ्यास किए हैं। इंद्र, एविया इंद्र और इंद्र नेवी जैसे अभ्यासों ने सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने, संयुक्त परिचालन रणनीति अभ्यास और प्रक्रियाओं को परिष्कृत करने तथा आपसी समझ को गहरा करने के लिए महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य किया है।"

रक्षा मंत्रालय का यह बयान मास्को में भारत-रूस अंतर-सरकारी सैन्य एवं सैन्य-तकनीकी सहयोग आयोग (IRIGC-M&MTC) के तहत सैन्य सहयोग पर कार्य समूह की चौथी बैठक के सफल समापन के बाद जारी किया गया है।

बयान में कहा गया, "कार्य समूह वर्तमान सैन्य गतिविधियों का आकलन करने तथा उभरती सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग के नए क्षेत्रों की पहचान करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।"

बता दें कि दोनों देशों के बीच कार्य समूह की यह बैठक भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगले महीने होने वाली रूस यात्रा से पहले हुई है, जिसमें वे रूसी समकक्ष आंद्रे बेलौसोव के साथ IRIGC-MTC की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। IRIGC-MTC दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने का प्राथमिक तंत्र है।
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