डिफेंस
भारतीय सेना, इसके देशी और विदेशी भागीदारों और प्रतिद्वन्द्वियों की गरमा गरम खबरें।

सेना के इंजीनियर्स की मदद करेंगे ड्रोन, आसमान से देंगे ज़मीन की जानकारी

© AP Photo / Channi AnandAn Indian army soldier controls a drone during a mock drill along the Line of Control or LOC between India and Pakistan during a media tour arranged by the Indian army in Jammu and Kashmir's Poonch sector, India, Saturday, Aug.12, 2023. (AP Photo/Channi Anand)
An Indian army soldier controls a drone during a mock drill along the Line of Control or LOC between India and Pakistan during a media tour arranged by the Indian army in Jammu and Kashmir's Poonch sector, India, Saturday, Aug.12, 2023. (AP Photo/Channi Anand) - Sputnik भारत, 1920, 18.09.2024
सब्सक्राइब करें
भारतीय सेना तेज़ी से अपने कामों में ड्रोन का प्रयोग बढ़ा रही है। हिमालय के ऊंचे पहाड़ों में खच्चरों की जगह ड्रोन से रसद पहुंचाने के प्रयोग के बाद अब भारतीय सेना लड़ाकू इंजीनियर्स के सर्वे के लिए ड्रोन की खरीदी करने की तैयारी कर रही है।
18 सितंबर को सेना ने निर्माताओं से ऐसे ड्रोन के बारे में प्रस्ताव देने को कहा गया है जिनसे मैदान में इंजीनियर्स का काम आसान हो जाएगा। ये ड्रोन इंजीनियर्स को बहुत कम समय में पुल बनाने या ध्वस्त करने, दुश्मन की बारूदी सुरंगों के बीच से रास्ता तलाशने, टैंकों को रोकने के लिए खाई तैयार करने या हमले का रास्ता बनाने के लिए ज़रूरी जानकारियां मुहैय्या कराएंगे।

सेना ने अपनी ज़रूरत के बारे में बताया है कि ये ड्रोन 12000 फीट की ऊंचाई तक से उड़ाए जा सकें और टेक-ऑफ करने के बाद 3000 फीट की ऊंचाई तक जा सकें। दो घंटे तक उड़ सकें और 10 किमी तक जा सकें। साफ़ है कि भारतीय सेना इनका इस्तेमाल खास तौर पर पहाड़ों में करना चाहती है जहां पुल, सड़कों के निर्माण के लिए ज्यादा समय लगता है।

इन ड्रोन में रात और दिन दोनों में ही रिकॉर्डिंग करने वाले वीडियो कैमरे के साथ-साथ थर्मल सेंसर लगे हों। इनका वज़न 25 किग्रा से अधिक न हो और इन्हें तीन सैनिकों के क्रू से ऑपरेट किया जा सके। इन्हें पीठ पर लाद कर ले जाया जा सके और 30 मिनट में काम करने के लिए तैयार किया जा सके।

पिछले कुछ वर्षों में पूरी दुनिया में सैनिक कार्रवाइयों में ड्रोन की भूमिका तेज़ी से बढ़ी है। भारतीय सेना ने 2021 में पहली बार झुंड में हमला करने वाले स्वॉर्म ड्रोन का प्रदर्शन किया था। उसके बाद भारतीय सेना में ड्रोन का प्रयोग लगातार बढ़ रहा है।

रक्षा मंत्रालय ने स्वदेशी ड्रोन की डिज़ाइन और उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। भारतीय सेना ने दुर्गम पहाड़ी इलाक़ों में रसद, गोलाबारूद और दवाईयाँ पहुंचाने के लिए परंपरागत तरीक़ों के बजाए लॉजिस्टिक ड्रोन का इस्तेमाल शुरू किया है। हमला करने, चौकसी करने, टोह लेने जैसी कई सैनिक कार्रवाइयों में अब भारतीय सेना ड्रोन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर रही है।
New Indian kamikaze drone will eliminate terrorists hiding in homes - Sputnik भारत, 1920, 08.08.2024
डिफेंस
भारत ने बनाया नया ड्रोन सिस्टम, घरों में छिपे आतंकियों का करेगा सफ़ाया
न्यूज़ फ़ीड
0
loader
चैट्स
Заголовок открываемого материала