https://hindi.sputniknews.in/20250806/bhaaritiiy-rikshaa-mntraaly-ne-67000-kriod-riupe-ke-rikshaa-saudon-ko-dii-sviikti--9555228.html
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने 67000 करोड़ रुपए के रक्षा सौदों को दी स्वीकृति
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने 67000 करोड़ रुपए के रक्षा सौदों को दी स्वीकृति
Sputnik भारत
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को 67000 करोड़ रुपए के रक्षा सौदों को स्वीकृति दे दी है। रक्षा मंत्री की अध्यक्षता वाले रक्षा अधिग्रहण परिषद(DAC) ने... 06.08.2025, Sputnik भारत
2025-08-06T11:34+0530
2025-08-06T11:34+0530
2025-08-06T11:58+0530
डिफेंस
भारत सरकार
भारत
रक्षा मंत्रालय (mod)
भारत के रक्षा मंत्री
भारतीय सेना
भारतीय सशस्त्र सेनाएँ
भारतीय नौसेना
भारतीय वायुसेना
पाकिस्तान
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/07/07/2886414_0:0:3373:1898_1920x0_80_0_0_9261c568a0b33094f29740ea98b41e59.jpg
भारतीय नौसेना के युद्धपोतों के लिए 8 ब्रह्मोस लॉंचर और फ़ायर कंट्रोल सिस्टम भी खरीदे जाएंगे।भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 फ़ाइटर जेट्स को 450 किमी तक मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस किया जा चुका है। 450 किमी की रेंज वाली ब्रह्मोस के साथ सुखोई-30 की मारक क्षमता 1500 किमी तक हो जाती है। भारत की ड्रोन क्षमता में वृद्धि के लिए तीनों सेनाओं के लिए 87 लंबी दूरी तक जाने वाले सशस्त्र ड्रोन मध्यम-ऊंचाई लॉन्ग एंड्योरेंस (MALE) खरीदे जाएंगे। इन ड्रोन का निर्माण कोई भारतीय कंपनी अपने विदेशी सहयोगी के साथ करेगी और इनमें 60 प्रतिशत भाग स्वदेशी होगा। भारतीय सेना के रूसी मूल की बख्तरबंद गाड़ियों (BMP) के चालकों के लिए नाइट विज़न की खरीदी को भी स्वीकृत कर लिया गया है। इससे बीएमपी की रात में युद्ध करने की क्षमता में वृद्धि होगी। बेहतर चौकसी के लिए नए माउंटेन रडारों की खरीदी भी की जाएगी जिससे भारतीय वायुसेना उत्तरी सीमा के पर्वतों पर किसी गतिविधि पर नज़र रख सके।
https://hindi.sputniknews.in/20250806/india-russia-reiterate-commitment-to-enhance-defence-cooperation-9554862.html
भारत
पाकिस्तान
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2025
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/07/07/2886414_0:0:2731:2048_1920x0_80_0_0_ec5d599f9b57fd017ebd28cc79d170c5.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
कृष्णमोहन मिश्रा
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/05/14/7409018_0:0:486:485_100x100_80_0_0_7e79ffa0ba84a7bd46685bfea1e9d1aa.jpg
भारत सरकार, भारत, रक्षा मंत्रालय (mod), भारत के रक्षा मंत्री, भारतीय सेना, भारतीय सशस्त्र सेनाएँ, भारतीय नौसेना, भारतीय वायुसेना, पाकिस्तान, ब्रह्मोस , सुखोई-30mki , ड्रोन, ड्रोन हमला
भारत सरकार, भारत, रक्षा मंत्रालय (mod), भारत के रक्षा मंत्री, भारतीय सेना, भारतीय सशस्त्र सेनाएँ, भारतीय नौसेना, भारतीय वायुसेना, पाकिस्तान, ब्रह्मोस , सुखोई-30mki , ड्रोन, ड्रोन हमला
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने 67000 करोड़ रुपए के रक्षा सौदों को दी स्वीकृति
11:34 06.08.2025 (अपडेटेड: 11:58 06.08.2025) भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को 67000 करोड़ रुपए के रक्षा सौदों को स्वीकृति दे दी है। रक्षा मंत्री की अध्यक्षता वाले रक्षा अधिग्रहण परिषद(DAC) ने लड़ाकू जेट से चलाई जाने वाली 110 ब्रह्मोस मिसाइलों के साथ-साथ 87 भारी सशस्त्र ड्रोन की खरीदी पर मोहर लगा दी है। यह ड्रोन हवा से ज़मीन पर चलाई जाने वाली मिसाइलों और लेज़र गाइडेड बम से लैस होंगे।
भारतीय नौसेना के युद्धपोतों के लिए 8 ब्रह्मोस लॉंचर और फ़ायर कंट्रोल सिस्टम भी खरीदे जाएंगे।
भारतीय वायुसेना के
सुखोई-30 फ़ाइटर जेट्स को 450 किमी तक मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस किया जा चुका है। 450 किमी की रेंज वाली ब्रह्मोस के साथ सुखोई-30 की मारक क्षमता 1500 किमी तक हो जाती है।
अभी भारतीय वायुसेना के लगभग 40 सुखोई-30 को ब्रह्मोस से लैस किया जा चुका है। इसी तरह से भारतीय नौसेना के लगभग 20 मुख्य युद्धपोतों को ब्रह्मोस से लैस किया जा चुका है। शेष बचे पुराने युद्धपोतों में ब्रह्मोस को लगाने के लिए 8 वर्टिकल लॉंचर और फ़ायर कंट्रोल सिस्टम खरीदे जाएंगे। भारत और रूस के सहयोग से बनी ब्रह्मोस मिसाइल तीनों ही सेनाओं का सबसे बड़ा हथियार बन चुका है।
भारत की ड्रोन क्षमता में वृद्धि के लिए तीनों सेनाओं के लिए 87 लंबी दूरी तक जाने वाले सशस्त्र ड्रोन मध्यम-ऊंचाई लॉन्ग एंड्योरेंस (MALE) खरीदे जाएंगे। इन ड्रोन का निर्माण कोई भारतीय कंपनी अपने विदेशी सहयोगी के साथ करेगी और इनमें 60 प्रतिशत भाग स्वदेशी होगा।
भारतीय सेना के रूसी मूल की बख्तरबंद गाड़ियों (BMP) के चालकों के लिए नाइट विज़न की खरीदी को भी स्वीकृत कर लिया गया है। इससे बीएमपी की रात में युद्ध करने की क्षमता में वृद्धि होगी। बेहतर चौकसी के लिए नए माउंटेन रडारों की खरीदी भी की जाएगी जिससे
भारतीय वायुसेना उत्तरी सीमा के पर्वतों पर किसी गतिविधि पर नज़र रख सके।