https://hindi.sputniknews.in/20240101/is-saal-bhartiya-sashtra-bal-itihaas-rachne-wali-10-mahilaye-5900415.html
इस साल भारतीय सशस्त्र बल में इतिहास रचने वाली 10 महिलाएं
इस साल भारतीय सशस्त्र बल में इतिहास रचने वाली 10 महिलाएं
Sputnik भारत
भारतीय सशस्त्र सेनाओं में महिलाएं दिन ब दिन नए नए कीर्तिमान स्थापित करती जा रही हैं। Sputnik भारत ऐसी ही 10 महिलाओं के बारे में बताने जा रहा है जिन्होंने इस वर्ष सेना के विभिन्न अंगों में इतिहास रचा।
2024-01-01T09:00+0530
2024-01-01T09:00+0530
2024-01-01T09:00+0530
explainers
भारत
भारत सरकार
नरेन्द्र मोदी
भारतीय सेना
भारतीय सशस्त्र सेनाएँ
भारतीय नौसेना
भारतीय वायुसेना
महिला सशक्तिकरण
रक्षा मंत्रालय (mod)
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/0c/05/5713633_0:97:1024:673_1920x0_80_0_0_450a62997768f21d323dc8e3071799aa.jpg
केंद्र सरकार सेना में महिलाओं के प्रतिनिधितव को बढ़ावा देने में बहुत आगे रही है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी इसका सबसे बड़ा उदाहरण है जहां पहले केवल लड़के ट्रैनिंग किया करते थे, अब वहां जुलाई 2022 से महिला उमीदवार भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।4 अगस्त को लोकसभा के समक्ष रखे गए सरकारी आंकड़ों के अनुसार तीनों सेनाओं में कुल 11,414 महिला कर्मी सेवारत हैं, जिनमें से भारतीय सेना में सबसे अधिक 7,054 हैं। कुल संख्या में अधिकारी, अन्य रैंक के अधिकारी, साथ ही चिकित्सा, दंत चिकित्सा और नर्सिंग सेवाओं के लोग भी शामिल हैं।हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना दिवस के मौके पर अपने भाषण में कहा था कि सरकार सशस्त्र बलों में महिलाओं की ताकत बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय महिलाओं ने रक्षा बलों में वीरता पुरस्कार प्राप्त करने से लेकर लड़ाकू इकाई में प्रमुख भूमिका निभाने तक 2023 में सफलता हासिल की।Sputnik भारत बताने जा रहा है कि कौन सी वें महिलाएं हैं जिन्होंने इस वर्ष सेना के इतिहास में अपनी जगह बनाई।लेफ्टिनेंट महक सैनी, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे, लेफ्टिनेंट अदिति यादव, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल, और लेफ्टिनेंट आकांक्षाकिसी भी सेना के लिए तोपखाना सबसे जरूरी यूनिट्स में से एक माना जाता है। आर्टिलरी रेजिमेंट भारतीय सेना की दूसरी सबसे बड़ी शाखा है। इस रेजीमेंट में शामिल मिसाइल, मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर और मानव रहित हवाई वाहन वास्तव में इसे 'निर्णय का हथियार' बनाती है।इन सभी पांचों असाधारण महिलाओं ने भारत के तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) में अपना प्रशिक्षण पूरा किया, जिसके बाद इन पांचों को सेना के सबसे विशिष्ट तोपखाने यूनिट्स में शामिल किया गयाा।इन महिलाओं ने तोपखाने बल में शामिल होने के साथ इतिहास कायम कर दिया। लेफ्टिनेंट महक सैनी को SATA रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे और लेफ्टिनेंट अदिति यादव को फील्ड रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल को मीडियम रेजिमेंट में और लेफ्टिनेंट आकांक्षा को रॉकेट रेजिमेंट में नियुक्त किया गया है।कमांडर प्रेरणा देवस्थलीभारतीय नौसेना में कमांडर के पद पर तैनात प्रेरणा देओस्थली जल्द ही इतिहास रचने को तैयार है। वह जल्द ही भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े की कमान संभालने जा रही है।वर्तमान में कमांडर प्रेरणा युद्धपोत आईएनएस चेन्नई में प्रथम लेफ्टिनेंट के रूप में काम कर रही हैं, कमांडर देवस्थली की तैनाती एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर दर्शाती है। स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी वह जनवरी महीने में विदेश में हवाई युद्ध खेल में हिस्सा लेने वाली भारतीय वायु सेना (IAF) की पहली महिला फाइटर पायलट बनीं।Su-30MKI पायलट चतुर्वेदी IAF दल का हिस्सा थीं जिसने 12 से 26 जनवरी तक हयाकुरी के जापानी एयरबेस पर जापान एयर सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JASDF) के साथ 16 दिवसीय मेगा एयर कॉम्बैट अभ्यास में भाग लिया।ग्रुप कैप्टन शालिजा धामीग्रुप कैप्टन शालिज़ा धामी ने 2023 में देश की पहली महिला वायु सेना अधिकारी बन गई जिन्होंने फ्रंटलाइन लड़ाकू यूनिट की कमान संभाली।ग्रुप कैप्टन शालिज़ा धामी को पश्चिमी क्षेत्र में मिसाइल स्क्वाड्रन का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है। वह वायु सेना में फ्लाइंग यूनिट के फ्लाइट कमांडर के पद पर पदोन्नत होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं। उन्हें पश्चिमी क्षेत्र में मिसाइल स्क्वाड्रन का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था। वह 2019 में वायु सेना में एक उड़ान इकाई के भीतर फ्लाइट कमांडर के पद पर पदोन्नत होने वाली पहली महिला अधिकारी भी बनी थी।विंग कमांडर दीपिका मिश्रामहिलाओं ने बड़े बड़े पदों पर पहुंचने के साथ साथ इस साल वीरता पुरुस्कार भी अर्जित किया। विंग कमांडर दीपिका मिश्रा भारतीय वायु सेना में वीरता पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं।राजस्थान की रहने वाली हेलीकॉप्टर पायलट विंग कमांडर मिश्रा को मध्य प्रदेश और राजस्थान में बाढ़ राहत अभियान के दौरान असाधारण साहस का प्रदर्शन करने के लिए वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया गया।कैप्टन शिवा चौहानफायर एंड फ्यूरी कोर की कैप्टन शिवा चौहान दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं। कैप्टन शिवा को जनवरी 2023 में तीन महीने के कार्यकाल के लिए सियाचिन में लगभग 15,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया था। चौहान को अपनी तैनाती से पहले भारतीय सेना के अन्य अधिकारियों के साथ सियाचिन बैटल स्कूल में एक महीने के कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा था।
https://hindi.sputniknews.in/20231201/nausainik-jahaj-men-pahli-mahila-commanding-officer-niyukt-nausena-pramukh-5664265.html
https://hindi.sputniknews.in/20231030/bhartiy-sena-men-jald-hi-mahila-agniviron-ko-shamil-kiya-jayega-report-5136271.html
भारत
राजस्थान
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2024
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/0c/05/5713633_0:0:1024:768_1920x0_80_0_0_4df376ff85c708a358735c9d18617ea5.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
भारतीय सशस्त्र बल, साल की 10 बहादुर महिलाएं, सेना के विभिन्न अंग, लेफ्टिनेंट महक सैनी, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे, लेफ्टिनेंट अदिति यादव, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल, और लेफ्टिनेंट आकांक्षा, कमांडर प्रेरणा देवस्थली, स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी, ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी, विंग कमांडर दीपिका मिश्रा, कैप्टन शिवा चौहान, indian armed forces, 10 brave women of the year, various services, lieutenant mehak saini, lieutenant sakshi dubey, lieutenant aditi yadav, lieutenant pavitra moudgil, and lieutenant akanksha, commander prerna devasthali, squadron leader avani chaturvedi, group captain shalija dhami, wing commander deepika mishra, captain shiva chauhan
भारतीय सशस्त्र बल, साल की 10 बहादुर महिलाएं, सेना के विभिन्न अंग, लेफ्टिनेंट महक सैनी, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे, लेफ्टिनेंट अदिति यादव, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल, और लेफ्टिनेंट आकांक्षा, कमांडर प्रेरणा देवस्थली, स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी, ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी, विंग कमांडर दीपिका मिश्रा, कैप्टन शिवा चौहान, indian armed forces, 10 brave women of the year, various services, lieutenant mehak saini, lieutenant sakshi dubey, lieutenant aditi yadav, lieutenant pavitra moudgil, and lieutenant akanksha, commander prerna devasthali, squadron leader avani chaturvedi, group captain shalija dhami, wing commander deepika mishra, captain shiva chauhan
इस साल भारतीय सशस्त्र बल में इतिहास रचने वाली 10 महिलाएं
भारतीय सशस्त्र सेनाओं में महिलाएं दिन-ब-दिन नए नए कीर्तिमान स्थापित करती जा रही हैं। Sputnik भारत ऐसी ही 10 महिलाओं के बारे में बताने जा रहा है जिन्होंने इस वर्ष सेना के विभिन्न अंगों में इतिहास रचा।
केंद्र सरकार सेना में महिलाओं के प्रतिनिधितव को बढ़ावा देने में बहुत आगे रही है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी इसका सबसे बड़ा उदाहरण है जहां पहले केवल लड़के ट्रैनिंग किया करते थे, अब वहां जुलाई 2022 से महिला उमीदवार भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।
4 अगस्त को
लोकसभा के समक्ष रखे गए सरकारी आंकड़ों के अनुसार तीनों सेनाओं में कुल 11,414 महिला कर्मी सेवारत हैं, जिनमें से भारतीय सेना में सबसे अधिक 7,054 हैं। कुल संख्या में अधिकारी, अन्य रैंक के अधिकारी, साथ ही चिकित्सा, दंत चिकित्सा और नर्सिंग सेवाओं के लोग भी शामिल हैं।
हाल ही में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना दिवस के मौके पर अपने भाषण में कहा था कि सरकार सशस्त्र बलों में महिलाओं की ताकत बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय महिलाओं ने रक्षा बलों में वीरता पुरस्कार प्राप्त करने से लेकर लड़ाकू इकाई में प्रमुख भूमिका निभाने तक 2023 में सफलता हासिल की।
Sputnik भारत बताने जा रहा है कि कौन सी वें महिलाएं हैं जिन्होंने इस वर्ष सेना के इतिहास में अपनी जगह बनाई।
लेफ्टिनेंट महक सैनी, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे, लेफ्टिनेंट अदिति यादव, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल, और लेफ्टिनेंट आकांक्षा
किसी भी सेना के लिए तोपखाना सबसे जरूरी यूनिट्स में से एक माना जाता है। आर्टिलरी रेजिमेंट भारतीय सेना की दूसरी सबसे बड़ी शाखा है। इस रेजीमेंट में शामिल मिसाइल, मोर्टार, रॉकेट लॉन्चर और मानव रहित हवाई वाहन वास्तव में इसे 'निर्णय का हथियार' बनाती है।
इन सभी पांचों असाधारण महिलाओं ने भारत के तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) में अपना प्रशिक्षण पूरा किया, जिसके बाद इन पांचों को सेना के सबसे विशिष्ट तोपखाने यूनिट्स में शामिल किया गयाा।
इन महिलाओं ने तोपखाने बल में शामिल होने के साथ इतिहास कायम कर दिया। लेफ्टिनेंट महक सैनी को SATA रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे और लेफ्टिनेंट अदिति यादव को फील्ड रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल को मीडियम रेजिमेंट में और लेफ्टिनेंट आकांक्षा को रॉकेट रेजिमेंट में नियुक्त किया गया है।
भारतीय नौसेना में कमांडर के पद पर तैनात प्रेरणा देओस्थली जल्द ही इतिहास रचने को तैयार है। वह जल्द ही भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े की कमान संभालने जा रही है।
वर्तमान में कमांडर प्रेरणा युद्धपोत आईएनएस चेन्नई में प्रथम लेफ्टिनेंट के रूप में काम कर रही हैं, कमांडर देवस्थली की तैनाती एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर दर्शाती है।
स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी
वह जनवरी महीने में विदेश में हवाई युद्ध खेल में हिस्सा लेने वाली भारतीय वायु सेना (IAF) की पहली महिला फाइटर पायलट बनीं।
Su-30MKI पायलट चतुर्वेदी IAF दल का हिस्सा थीं जिसने 12 से 26 जनवरी तक हयाकुरी के जापानी एयरबेस पर जापान एयर सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JASDF) के साथ 16 दिवसीय मेगा एयर कॉम्बैट अभ्यास में भाग लिया।
ग्रुप कैप्टन शालिज़ा धामी ने 2023 में देश की पहली महिला वायु सेना अधिकारी बन गई जिन्होंने फ्रंटलाइन लड़ाकू यूनिट की कमान संभाली।
ग्रुप कैप्टन शालिज़ा धामी को पश्चिमी क्षेत्र में
मिसाइल स्क्वाड्रन का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है। वह वायु सेना में फ्लाइंग यूनिट के फ्लाइट कमांडर के पद पर पदोन्नत होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं।
उन्हें पश्चिमी क्षेत्र में मिसाइल स्क्वाड्रन का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था। वह 2019 में वायु सेना में एक उड़ान इकाई के भीतर फ्लाइट कमांडर के पद पर पदोन्नत होने वाली पहली महिला अधिकारी भी बनी थी।
विंग कमांडर दीपिका मिश्रा
महिलाओं ने बड़े बड़े पदों पर पहुंचने के साथ साथ इस साल वीरता पुरुस्कार भी अर्जित किया। विंग कमांडर दीपिका मिश्रा भारतीय वायु सेना में वीरता पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं।
राजस्थान की रहने वाली हेलीकॉप्टर पायलट विंग कमांडर मिश्रा को मध्य प्रदेश और राजस्थान में बाढ़ राहत अभियान के दौरान असाधारण साहस का प्रदर्शन करने के लिए वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया गया।
फायर एंड फ्यूरी कोर की कैप्टन शिवा चौहान दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र
सियाचिन में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं।
कैप्टन शिवा को जनवरी 2023 में तीन महीने के कार्यकाल के लिए सियाचिन में लगभग 15,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया था।
चौहान को अपनी तैनाती से पहले भारतीय सेना के अन्य अधिकारियों के साथ सियाचिन बैटल स्कूल में एक महीने के कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा था।